सोमवार, 22 अक्तूबर 2012

उत्तरविहीन सवाल


[Kagad+20.JPG]

ओम पुरोहित "कागद"


कुछ लोग
बुन कर ताना-बाना
कूट रचित तानों का
घड़ते हैं सवाल
निकल पड़ते हैं
पाने उनका जवाब 
जो नहीं मिलता उन्हें
वे लौटते हैं
ले कर प्रतिप्रश्न
जिनका होता नहीं
होता ही नहीं 
कोइ जवाब
खुद उनके पास ।

वे भूल जाते हैं
जवाब होता है
हमेशा सवालों का
तानों का नहीं 
तानें उत्पन करते है
असीम तनाव
जो देते हैं जन्म
उत्तरविहीन सवालों को
ऐसे ही सवालों से
मैं भर गया हूं
आज आकंठ
जो चटखा रहे हैं
आज मेरी कनपटियां !

5 टिप्‍पणियां:

  1. वाह ! यह तो कमाल है !
    आप ने तो बडा़ गज़ब काम किया है !
    सराहनीय-श्लाघनीय-वन्दनीय ॥
    सर्वथा रेखांकित करने योग्य ।
    बधाई हो !
    आता रहूंगा ।

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  2. khoob saari uljhane yaad bhi aayin...aur khoob saare sochen bhi..!!...

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  3. जवाब होता है
    हमेशा सवालों का
    तानों का नहीं
    तानें उत्पन करते है
    असीम तनाव
    जो देते हैं जन्म
    उत्तरविहीन सवालों को....Bahut khub ..........

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  4. जवाब होता है
    हमेशा सवालों का
    तानों का नहीं
    बेहतरीन ...
    बहुत ही अच्‍छी प्रस्‍तुति ... आभार

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